सोना 2025 में बिटकॉइन से आगे, लेकिन लंबी दौड़ में अब भी क्रिप्टो किंग का दबदबा

साल की शुरुआत से सोने का रिटर्न ज्यादा, पर दशक भर में बिटकॉइन ने दी अभूतपूर्व कमाई

2025 के सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले निवेश विकल्पों की दौड़ में इस बार सोना बिटकॉइन से आगे निकल गया है। साल की शुरुआत से अब तक सोने ने अधिक रिटर्न देकर खुद को दुनिया के सबसे भरोसेमंद ‘सेफ हेवन’ निवेश के रूप में फिर साबित किया है। हालांकि, लंबी अवधि की संपत्ति निर्माण की बात करें तो बिटकॉइन अब भी सोने से कई गुना आगे है।

2025 में सोने की चमक तेज
बाज़ार के आंकड़ों के अनुसार, इस साल सोने की कीमत में अब तक 29–30% की तेज़ बढ़त हुई है। इसका कारण भू-राजनीतिक अनिश्चितता, लगातार बनी महंगाई की आशंका, नए आयात शुल्क और केंद्रीय बैंकों की आक्रामक ख़रीदारी है। सोने की स्पॉट कीमत महंगाई समायोजित आधार पर रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंची, जिससे यह बड़े और छोटे निवेशकों के लिए पसंदीदा बचाव साधन बना हुआ है।

इसके मुकाबले, बिटकॉइन ने अब तक लगभग 25% का रिटर्न दिया है और इसकी कीमत 1,22,000 डॉलर से ऊपर पहुंचकर जुलाई के उच्चतम स्तर 1,23,091 डॉलर के करीब है। हाल के हफ्तों में तेज़ी के बावजूद, सालाना प्रदर्शन में बिटकॉइन अभी सोने से पीछे है।

कम समय में सोना, लंबी दूरी में बिटकॉइन आगे
भले ही 2025 में सोना बढ़त बनाए हुए है, लेकिन पिछले 14 वर्षों के आंकड़े देखें तो बिटकॉइन का प्रदर्शन अभूतपूर्व है। 2011 से अब तक बिटकॉइन की कीमत में 38,897,420% की उछाल आई है, जबकि इसी अवधि में सोना मात्र ~126% बढ़ा है। सालाना औसत रिटर्न में भी बिटकॉइन 141.7% के साथ सोने (5.7%) से कई गुना आगे है।

इसी असाधारण वृद्धि ने बिटकॉइन को एक डिजिटल प्रयोग से आगे बढ़ाकर युवा और तकनीक-प्रेमी निवेशकों की पोर्टफोलियो का अहम हिस्सा बना दिया है।

अस्थिरता में पुराना और नया मुकाबला
सोने की पहचान हमेशा उसकी स्थिरता के लिए रही है। 2025 में इसकी वार्षिक अस्थिरता 15.5% रही, जो बिटकॉइन के 52.2% से काफी कम है। हालांकि, हाल के वर्षों में बिटकॉइन की अस्थिरता में तेज़ गिरावट आई है, जो बाज़ार के परिपक्व होने का संकेत देती है।

संस्थागत निवेश और बाज़ार की धारणा
संस्थागत निवेशकों की बिटकॉइन में दिलचस्पी तेज़ी से बढ़ी है। 2024 में इसकी नास्डैक-100 और एसएंडपी 500 से सहसंबंध (correlation) 0.87 तक पहुंच गया। बड़े निवेश बैंक इस पर अलग-अलग राय रखते हैं—

स्टैंडर्ड चार्टर्ड का अनुमान है कि 2025 के मध्य तक बिटकॉइन 1,20,000 डॉलर और साल के अंत तक 2,00,000 डॉलर तक जा सकता है।

एंथनी स्कारामूची भी 2,00,000 डॉलर का अनुमान लगा रहे हैं।

जेपी मॉर्गन का मानना है कि 2025 की दूसरी छमाही में बिटकॉइन सोने से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।

ETF बाज़ार में हालांकि सोने के फंड ने इस साल बढ़त बनाई है। SPDR Gold Shares ETF (GLD) ने 2025 में 24.4% रिटर्न दिया, जबकि प्रमुख बिटकॉइन ETF का रिटर्न 14.5% रहा।

सेफ-हेवन की जंग
सोने की मौजूदा तेजी मुख्य रूप से पारंपरिक सुरक्षित निवेश की मांग और केंद्रीय बैंकों की खरीदी से आ रही है, जबकि बिटकॉइन की लोकप्रियता इसकी सीमित उपलब्धता, विकेंद्रीकरण और ऐतिहासिक ऊंचे रिटर्न पर आधारित है। विशेषज्ञों का कहना है कि अब बड़े निवेशक दोनों को साथ रख रहे हैं—सोना स्थिरता के लिए और बिटकॉइन वृद्धि की संभावना के लिए।

2025 में अभी सोना आगे है, लेकिन लंबी अवधि के स्कोरबोर्ड पर बिटकॉइन की बादशाहत कायम है। निवेशकों के लिए संकेत साफ है—सोना और बिटकॉइन अब पारंपरिक प्रतिद्वंदी नहीं, बल्कि पूंजी संरक्षण और वृद्धि का संयुक्त भविष्य हैं।

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